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मलद्वार या गुदा बाहर आना - Rectal Prolapse

  मलद्वार या गुदा बाहर आना - Rectal Prolapse    मलद्वार बाहर आना या गुदा का बाहर आना वैसी चिकित्सीय हालत है, जिसमें मलाशय (Rectum) का कुछ हिस्सा गुदा के माध्यम से बाहर निकल आता है। ये यूनानी चिकित्सा पद्धति में मर्ज वजअ है। मलाशय बड़ी आंत का आखरी हिस्सा है और गुदा वह जगह है, जहां से मल शरीर से बाहर निकलता है।   मलद्वार बाहर आने की समस्या 1 लाख में से केवल 2.5 लोगों को प्रभावित करती है।   50 वर्ष से अधिक उम्र की महिलाओं में पुरुषों की तुलना इस बीमारी के होने का खतरा 6 गुना अधिक होता है। बच्चे जिसे अधिक समय तक दस्त/ पेचिस/ कब्ज हो में हो सकता है। बूढ़े व्यक्ति में या कब्ज के मरीज/ बावाशीर के मरीज/ जिन्हे मल द्वार का सर्जरी हुआ हो, उन्हें मलद्वार के बाहर आने का खतरा ज्यादा होता है। मलद्वार बाहर आने की समस्या हल्के से लेकर गंभीर लक्षणों वाली हो सकती है। ज्यादा तर मामलों में ये समस्या यूनानी चिकित्सा से ठीक हो जाता है परंतु गंभीर मामलों में सर्जरी की आवश्यकता हो सकती है। गुदा बाहर आने के लक्षण: गुदा या मलद्वार बाहर आना के लक्षणों में गुदा से बाहर ...

अर्क पुदीना (Arq Pudina)

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  अर्क पुदीना पुदीना एक उपयोगी सुगंधित यूनानी औषधि है | ये गर्मियों में विशेष उपयोगी औषधि है | नामकरण: पुदीना जूज ए खास होने के कारण इस अर्क का नाम अर्क पुदीना है। औषधि गुण : मुक्वी ए मेदा ( stomachie), हाज़िम ( Dijestive), माने जहीर ( Anti-dysenteric), दाफे कै ( Anti Emetic), तिर्याके समूम ( Antidote). औषधि प्रयोग: 1.         पेट के रोग : अपच , अजीर्ण , पेचिश , पेट में मरोड़ , उल्टियाँ , खट्टी डकारें आदि में पुदीने के रस में जीरे का चूर्ण व आधे नींबू का रस मिलाकर पीने से लाभ होता है | अर्क पुदीना पीने से खाने से रूचि उत्पन्न होती है , वायु दूर हो कर पाचनशक्ति तेज होती है | उल्टी-दस्त , में पुदीने के रस में नींबू का रस , एवं शहद मिलाकर पिलाने से लाभ होता है | 2.      मासिक धर्म : पुदीने को उबालकर पीने से मासिक धर्म की पीड़ा तथा अल्प मासिक स्राव में लाभ होता है | अधिक मासिक स्त्राव में यह प्रयोग न करें | 3 .      सिरदर्द,   गर्मी के कारण व्याकुलता: पुदीना पीसकर ललाट पर लेप करें तथा पुदीने का अर्क...