बिहार एक परिचय

बिहार एक परिचय 

आप क्या जानते है बिहार के बारे मे, चलिए कुछ हमहु बताते है..

मानव सभ्यता के जिस काल मे चाहे आप बिहार को देख सकते है, हम आपको अपना स्वर्णिम इतिहास नही बताते बल्कि अपनी सेवा,धर्म, समर्पण एवं स्वभाव से आप को परिचय कराते है

शुरूआत धर्म से ही करते है .. 

भगवान महावीर को जानते ही होंगे, इनका जन्म बिहार मे ही हुआ था |

आदिवासियो के भगवान बिरसा मुण्डा का नाम तो सुना होगा, उनका जन्म स्थान भी बिहार ही था | 

माता सीता का जन्म भी बिहार मे ही हुआ था | 

सिखो के दसवें गुरू, गुरू गोविन्द सिंह का जन्म बिहार मे ही हुआ था | 

हजरत मख़दूम यहया मनेरी भी बिहारी थे | 

भगवान बुद्ध को बिहार(गया) मे ही ज्ञान प्राप्त हुआ था | इस तरह जैन एवं बुध धर्म कि उत्पत्ती भी बिहार में हुई है | 

दुनिया का सब से बड़े महान काव्य रामायन कि उत्पत्ति भी बिहार मे ही हुई थी, हां भई महर्षि वालमिकी बिहारी ही थे |

बिहारी सूफी, संतो. रीषी मुनी कि लम्बी सूची है, बिहार का शाब्दिक अर्थ ही है सूफी संतो का स्थान | संत कबीर, संत रहीम बिहारी ही थे |

केवल धर्म ही नही प्रशासन,कला, विज्ञान,वाणिज्य, जिस क्षेत्र मे मन करे, आप देख लें ,  बिहारियों का योगदान अद्वितिय है | आप ने कभी नही सुना होगा कि बिहार मे कभी किसी अन्य राज्य के लोगो के साथ या बिहारी भाषा नहीं जानने के कारण किसी से दुर्व्यवहार किया गया हो, कभी नहीं !

आपको जान कर आश्चर्य होगा कि दुनिया में गणतन्त्र (Democracy) का जन्म भी बिहार में ही हुआ था | दुनिया मे किसी देश का लिखित संविधान पहली बार बिहार मे ही बना था |

दुनिया के महान अर्थसास्त्री चाण्क्य भी बिहार के ही थे |

दुनया को दो अंको कि गिनती  Binory system जिस पर computer आधारित है, उस शुन्य (zero) का अविशकारक महान गणितज्ञ, खगोल शास्त्री आर्यभट बिहारी ही थे |

विश्वविजेता सिकंदर भी जिस से लड़ने का साहस नहीं जुटा पाया वह सम्राट चन्द्रगुप्त मौर्य भी बिहारी ही थे |

Grand Trunk Road का नाम कैसे नही सुने होंगे, आप के घर,जमीन, गांव, शहर का नक्शा तो आपको होगा ही , तो आप को यह भी बता दे कि हिन्दुस्तान का पहला भूमि सर्वेक्षण (Land survey) कराने वाला तथा Grant Trunk Road बनवाने वाला बादशाह शेर साह शुरी बिहार के ही थे, जिसने पुरे हिन्दुस्तान उसका inch-inch केवल साढे चार वर्ष के अल्प शासनकाल में ही नपवा दिया था |

अद्भुत है बिहार कि संस्कृति यहां न केवल उगते सूर्य बल्कि डूबते सूर्य कि भी उपासना (छठपुजा) कि जाती है | 

पटना के गंगा तट पर कभी खड़े हो कर देखिएगा, यहा आपको अपार प्रेम कि धारा बहती दिखाई देगी, जहा दुशमनी मे भी प्यार है- हा वही बिहार है |

आज भी प्रत्येक वर्ष हरीहर क्षेत्र मे लगने वाला विश्व का सब से बड़ा पशु मेला सोनपुर बिहार में ही है|

विश्व का प्रथम विश्वविद्यालय, जहा देश-विदेश (चीन,जापान,फ्रास इत्यादी) के छात्र पढने आते थे वह नालंदा विश्वविद्यालय बिहार में ही था |

अंग्रेजो के पसीने छुड़ाने वाल महाराणा प्रताप, स्वतंत्र भारत के प्रथम राष्ट्रपति डा.राजेन्दर प्रसाद, आधा पाकिस्तान कबजाने वाला भारतीय प्रधानमंत्री लाल बहादुर शस्त्री भी बिहार के ही थे | स्वतंत्र भारत के सब से बड़ा आन्दोलन जे.पी.छात्र आन्दोलन के नायक ज्य प्रकाश नरायन भी बिहार के ही थे|

युनानी चिकित्सा पद्धति के सदि के सब से बडे.नायक हकीम कबीरुद्दीन भी बिहार (नालंदा) के थे | राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर और उर्दु के महान कवि कलिम आजिज़ भी बिहार के ही थे | आज भी विश्व के प्रतिष्ठित पुस्तकालयों मे से एक खुदाबख्श खान पुस्तकालय बिहार (पटना) मे ही है |

लैला-मजनु, हीर-रान्झा, शीरीं-फरहाद,रोमियो-जुलियेट यह सब समय के महान दार्शनिक द्वारा रचित काल्पनिक प्रेम कथा है, इन महान कहानीकारो कि कल्पना को हकीकत में बदल देने वाला दशरथ मान्झी (Mountain Man) बिहार के ही थे |

महान शहनाई वादक भारत रतन बिस्मिल्लाह खां बिहारी ही थे |

हम क्या-क्या बताए, कितने नाम गिनाएं... कुछ आप भी गूगल कर लीजिएगा...

महान गणितज्ञ वशिष्ट नारायण सिंह, 12वर्ष की ही आयु मे IIT पास करने वाला सत्यम, केवल 23वर्ष कि हि आयु मे प्रोफेसर(आईआईटी, मुंबई) बनने वाला तथागत तुलसी भी बिहारी ही है|

राजनीति मे सुना होगा कि दिल्ली का रास्ता यु.पी हो कर जाता है.. यह रास्ता जहां से शुरू होता है वह राज्य बिहार ही है, स्वतंत्र भारत मे उसी पार्टी कि सरकार बनती है जिस पार्टी को बिहार कि आवाम ने जनादेश दिया हो |

कुछ लोगों को लगता होगा कि बिहारी को अंग्रेज़ी कम आती है तो आप को बता दे कि अंग्रेज़ी भाषा मे किसी भारतीय द्वारा लिखी गई पहली पुस्तक The Travel of Deen Mohomed के लेखक शेख दीन मोहम्मद भी बिहारी थे|

आप खुद ही गूगल कर लीजिएगा कि देश मे सब से ज्यादा Medical, IIT, IIM,IAS,IPS बिहारी ही होते है |

अंत मे अभिनव कि पंक्ति से अपने शब्दों को विराम देता हूं कि--

हमारे यहा weekend- Friday, Saturday और Sunday नही होता , हमारे लिए हफ्ता तो शुक्र, शनिचर और एतवार होता है | और बर्गर, कोक,फ्राई यह सब नखरे तुम्हारे है, हमारे लिए खाना तो लिट्टी  चोखा,अचार होता है|

आना... आना मेरे गांव मे, दिखाएंगे तुमको , कैसे सूरज को भी ज़मीन से प्यार होता है |

इतनी खूबियां - इतनी खूबियां है मेरे गांव कि तब जा के बिहार , बिहार होता है |




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