युनानी चिकित्सापध्दति
परिचय युनानी चिकित्सा भारत कि देशी चिकित्सा पध्दति है, जो भारती य परिवेश के अनुकूल है। आयुष मंत्रालय,भारत सरकार, इसके शिक्षा और अनुसन्धान को बढ़ावा देने का कार्य कर रही है। यह विश्व कि प्राचीन चिकित्सा पध्दतियो मे से एक है। इस चिकित्सा विज्ञान की उत्पत्ति ग्रीक सभ्यता के स्वर्णिम युग में हुआ था , जहां से यह संपूर्ण विश्व में फैल कर लोकप्रिय हो गई। यह एक व्यापक चिकित्सा प्रणाली है जो स्वास्थ्य और बीमारियों के विभिन्न अवस्थाओ के उपचार से संबंधित है। चिकित्सा की इस प्रणाली का निदान और उपचार विभिन्न समग्र अवधारणाओं और स्वास्थ्य एवं उपचार के वैज्ञानि क सिद्धांतों पर आधारित है। यह एक व्यक्ति और उसके पर्यावरण के बीच संबंध को ध्यान में रखता है, मन, शरीर और आत्मा के स्वास्थ्य पर जोर देता है। इस चिकित्सा पध्दति में, स्वभाव, या व्यक्ति का मिजाज़ एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। व्यक्ति के लिए सबसे उपयुक्त आहार और जीवनशैली को ध्यान में रखते हुए स्वभाव पर ध्यान दिया जाता है। औषधि चिकित्सा कि इस प्रणाली में प्राकृति क रूप से रोगों का उपचार किया जाता है। कृत्रिम रासायनि क दवाओं का उपयोग नहीं होता